धर्म और विज्ञान
धर्म एक प्रकार से सत्य है। मनुष्य जब किसी ऐसी वस्तु की अनुभूति करने लगे कि वो लोगो के हित में है,
और भगवान को मानने लगे तब उसे समझना चहिये की वो धार्मिक है। परन्तु जब वो ही मनुष्य भगवान
को न मान कर किसी भौतिक वस्तु जो की मानव द्वारा ही बनाई गई है उस पर विश्वास करने लगे
तो उसे विज्ञान कहा जायेगा।
Comments
Post a Comment